बुधवार, 11 मार्च 2020

गौमूत्र export business विदेश में असाधारण अवसर

गौमूत्र व्यवसाय I बड़ा अवसर I business opportunity I cow urine business I


आज हम एक ऐसा business idea पर focus करेंगे जो startup world में वरदान साबित हो सकता है. आज startup का जमाना है आये दिन नये - नये innovations होते है startup world में, लेकिन अच्छे और unique business ideas भी fail हो जाते है बिना किसी guidance के चलते. जी नहीं हम यहाँ startup incubation की बात नहीं करेंगे बल्कि export business से जुड़े entrepreneur के लिये एक business idea और ये उनके लिये भी काफी मददगार रहेगा जो लोग  export business से जुड़ना चाहते है लेकिन export करने के लिए उन्हें कोई idea या product नहीं मिल रहा है. यह ऐसा product है जिसमे margin ज्यादा है profit ज्यादा है लेकिन low investment है. और सबसे महत्वपूर्ण बात competition फ़िलहाल बहुत कम है. क्या आपने कभी सोचा है की गौमूत्र और गोबर export हो सकता है? चौकिये मत यह सत्य है.ऐसे ही नहीं भारत में गाय को भगवान का दर्जा मिला है.गौमूत्र के चमत्कारी लाभ देखते हुए गौमूत्र की demand तेजी से बढ़ी है.ईसी के चलते Europe और USA में गौमूत्र और गोबर की बहुत demand है.


गौमूत्र का इस्तेमाल

सबसे पहले आप लोगो को यहाँ जानना जरुरी है क्यूँ customer गौमूत्र खरीदेगा?? पिछले कुछ समय में योग, आयुर्वेद, प्रकुर्तिक चिकित्सा में लोगो की रूचि बहुत तेजी से बढ़ी है. इस बीच गौमूत्र पर अनेक रिसर्च हुये. जिसके परिणाम बहुत ही चौका देने वाले आये है. अमेरिका में गौमूत्र से दवाइयां बनाई जा रही है.कैंसर, किडनी, हार्ट जैसी कई बिमारियों को ठीक करने के लिये दवाइयों में इसका इस्तेमाल हो रहा है.लगभग लगभग पचास से सौ बीमारीयां गौमूत्र से ठीक हो रही हैं.गौमूत्र का उपयोग सिर्फ दवाइयों में ही नहीं बल्कि कीटनाशक और सौंदर्य प्रसाधन के उत्पादों में भी हो रहा है. यदि आप  USA और Europe की pharmaceutical company को टारगेट करेंगे तो आपको अच्छा profit मिल सकता है. 




सरकारी  वित्‍तीय सहायता 


अब सरकार देसी गाय के सह-उत्‍पादों जैसे गोमूत्र और गोबर सहित अन्‍य के जरिये उत्‍पादों का निर्माण करने वाले उद्यमियों को प्रोत्‍साहित करेगी. किसानों की आय दोगुनी करने के अपने लक्ष्‍य को पूरा करने के लिए अब सरकार देसी गाय के सह-उत्‍पादों जैसे गोमूत्र और गोबर सहित अन्‍य के जरिये उत्‍पादों का निर्माण करने वाले उद्यमियों को प्रोत्‍साहित करेगी. इसके तहत जो उद्यमी अपना गौमूत्र एवं गोबर का व्यवसाय करना चाहते है सरकार उनकी प्रोजेक्ट के अनुरूप वित्तीय सहायता करती है. 




व्यवसाय में सफल होना है तो Business Plan जरुरी है



मूल्य निर्धारण / Pricing 

देखा जाये तो गौमूत्र हमें यहाँ बहुत ही आसानी से उपलब्ध है.सामान्य रूप से देखा जाय तो गौमूत्र 15 रूपये से लेकर 40 रुपये लीटर तक मिल जाता है. और यही गौमूत्र 500 से 700 रुपये लीटर तक USA और Europe की pharmaceutical कंपनी आराम से खरीद लेती है. यह इस बात पर भी निर्भर करता है जैसे जैसे आपको customer मिलेंगे वैसे वैसे quality और volume पर भी प्रभाव पड़ेगा. 



गोबर भी export करे. 

गौमूत्र के साथ गोबर भी export हो रहा है. बड़े-बड़े देशों में गोबर से बायो गैस बनाकर अपनी गाड़ियों के लिए fuel बना रहे है. खाद के रूप में भी गोबर export हो रहा है.क्यूंकि गोबर जैविक खाद का सबसे अच्छा उदहारण है. यदि गोबर की कीमत की बात करें तो एक गोबर का एक पीस जिसे उपला भी कहते है 10-20 रुपये में मिलता है और यही गोबर का उपला 80 से 100 रुपये तक का बिक जाता है तो आप समझ सकते है कितना दम है इन प्रोडक्ट्स में.

यदि आपको गौमूत्र व्यवसाय से संबधित कोई भी जानकारी या सहायता की आवश्कता है तो हमें मेल कर सकते है 

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