सोमवार, 11 मई 2020

सदाबाहर स्टार्ट अप आईडिया, मंदी प्रूफ व्यवसाय



Business Idea I Indian Spices I Low Cost Business I Business Idea in Hindi I Business Registration I Machine & Tools  


लॉक डाउन का समय है. सभी अपने अपने घरों में सहमे है. कोरोना अपने पुरे शबाब पर है. स्कूल कोलेज मंदिर मस्जिद सभी जगहों पर ताले डले है. नौकरी धंधों पर प्रतिकूल प्रभाव हो रहा है. लोगो की नौकरियां और व्यवसाय खतरों से खेल रहीं हैं. लेकिन इस सबके बिच जिंदगी बदस्तूर चल रही है, खौफ के साये में ही सही मगर चल रही है. कितनी मुसीबतों का सामना करना पड़े लेकिन जीवन हमेशा चलता रहता है.


 जीवन को गतिमान रखने के लिए बहुत सारे तत्त्व होते है उनमे से एक तत्व है खाना या भोजन. भोजन के बिना जिन्दगी का पहिया आगे नहीं बढ़ सकता है. और भोजन का स्वाद बढ़ता है मसालों से इस बात इंकार नहीं किया जा सकता है. भारतीय खाने में यदि कोई चार चाँद लगाता है तो वह सिर्फ है मसाले. भारतीय मसालों की मांग सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इसकी अच्छी खासी मांग है. आज मसाला उद्योग में अच्छी ग्रोथ है. इसकी खपत लगातार बढती जा रही है जिसके चलते इसमें प्रतियोगिता बहुत कम है. 


हर समस्या एक उपहार है। समस्याओं के बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते।

मसालों के व्यवसाय में संभावना (Business potential in spice market)


वास्तव में देखा जाये तो इस व्यवसाय की अपार संभवाना है. क्युकी इसकी खपत अमीर हो या गरीब शाकाहरी हो या मांसाहारी, पांच सितारा होटल हो या फिर एक छोटा सा ढाबा मसाले की ज़रूरत सभी को पड़ती है. इस व्यवसाय की एक विशेष गुण इस बिज़नेस को एक हजार रुपये से घर पर भी शुरू किया जा सकता है और एक करोड़ रूपये के बड़े investment भी हो सकता है. मुनाफा अपनी अपनी लागत और व्यवसाय के स्वरुप के अनुसार.

यदि आप अपना व्यवसाय शुरू करने को लेकर गंभीर है तो इसके बारे में भी एक्सपर्ट्स से विचार विमर्श जरुर करें. 



मसालों के उपयोग (Uses of Spices In Hindi)


जैसा की आप सब को विदित है की spices या मसालों का उपयोग खाने में स्वाद की बढ़ोत्तरी हेतु किया जाता है। और यह केवल आपकी रसोई में नहीं, अपितु भारत की हर एक रसोई में देखने को मिलता है। अलग अलग खाना बनाने के लिए अलग अलग मसालों का उपयोग किया जाता है। लेकिन इनमे से कुछ मसाले जैसे हल्दी, मिर्च और धनिया पाउडर का उपयोग लगभग हर तरह के खाने में किया जाता है। हल्दी का उपयोग न केवल खाने में बल्कि कुछ cosmetics दवाइयों के निर्माण में, textile उद्योग में और पेन्ट उद्योग में भी किया जाता है। उसी प्रकार मिर्च का उपयोग भी बहत सारी दवाओं, और आचार, चटनी, केचप । इत्यादि बनाने में किया जाता है। मसालों का दवा निर्माण में उपयोग होने का कारण इनके अन्दर carminative stimulating digestive गुण का होना है। मसाला उद्योग में व्यापारिक अवसर (Business Scone in Masala udvoo)

व्यवसाय एक दोहराई जा सकने वाली प्रक्रिया है, जो पैसे कमाती है। बाक़ी हर चीज़ शोक है।

मशीनरी और उपकरण (machine and Tools)


 हर व्यवसाय की तरह इस व्यवसाय में भी कुछ मशीन और उपकरण की आवश्यकता होती है. जो आप अपने व्यवसाय के स्वरुप और आवश्यकता की हिसाब से सेटअप कर सकते है.

क्लीनर cleaner: इसका इस्तेमाल कच्चे माल के अन्दर धुल- मिटटी और कंकड़ को साफ करने में होता है.

ड्रायर dryer : इसका उपयोग खड़े मसालों में से नमी निकालने में होता है.

ग्राइंडिंग मशीन grinding machine: इसके द्वारा खड़े मसाले को पीसकर पाउडर बनाने में आता है.

पाउडर ग्रेडर powder grader: इससे पिसा गया मसाले को उसकी गुणवत्ता को पृथक् करने के लिए इस्तमाल में आता है.

पैकेजिंग और सीलिंग मशीने packing & sealing machine: जैसा की नाम से प्रतित होता है की यह मशीन मसाले को पैकेजिंग में काम में आती है. 


मसाले बनाने की प्रक्रिया (Process of spices in Hindi)


मसाले बनाने का प्रोसेस मसाले बनाने के प्रोसेस में साबुत मसालों को साफ़ करना फिर उन्हें सुखाना, साफ व सूखे हुए को भूनना और उन्हें छानना आदि आता हैं. उसके बाद मसालों की पैकिग का काम किया जाता मसालों की सफाई मैन्युअली की जाते हैं. साबुत मसालों की सफाई में मसालों से केकर या मिव निकाली जाती हैं. फिर मसालों को धुप में सुखाया जाता है उसके बाद मसालों को ग्राइंड किया हैं.





कैसे करें बिजनेस रजिस्ट्रेशन (Registration Process)


आप अपनी मसाला मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को छोटे स्तर पर लगायें या बड़े स्तर पर आपको रजिस्ट्रेशन की सारी प्रक्रिया फॉलो करनी पड़ेगी. इस बिजनस के रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस कुछ इस तरह से हैं 

1. सबसे पहले आपको ROC का रजिस्ट्रेशन करना होगा. छोटे स्केल पर या घर से ही मसाला मैनुफैक्चरिंग शुरु करने पर आप one person company भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.

2.आपको लोकल म्युनसिपल अथॉरिटी से ट्रेड लाइसेंस भी लेना होगा.

3. फूड ऑपरेटर लाइसेंस लेना भी आवश्यक है।

4.आपको BIS सर्टिफिकेट भी लेना होगा. मसालों के लिए आपको ये लेना अत्यंत आवश्यक है.


ग्राहक हर कंपनी की सबसे बड़ी सम्पति है, क्योंकि ग्राहकों के बिना कोई कंपनी ही नहीं होती।

आपको यह आर्टिकल कैसा लगा ? हम उम्मीद करते है इस लेख के द्वारा आपको दी गई जानकारी से आपको काफी कुछ नया जानने को मिला होगा.

यदि आपके पास हमारे article को लेकर कोई सुझाव है या सवाल है कुछ जानना चाहते है तो निचे कमेंट बॉक्स में लिखकर या हमें ई-मेल कर सकते है.

यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे facebook, whats app, twitter आदि social media प्लेटफॉर्म पर शेयर करे ताकि और भी लोगो को यह जानकारी मिले.

यदि आप व्यवसाय से संबधित हमसे कोई सलाह चाहते है तो हमें सीधे ई- मेल कर सकते है.


कोई टिप्पणी नहीं: