बुधवार, 29 अप्रैल 2020

यदि व्यवसाय में शीर्ष पर रहना चाहते है तो innovation (इनोवेशन) का महत्त्व को पहचाने

Importance of Innovation in Start up I Startup India I Innovation & Creativity I Innovation Center I Small Business I


भगवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है की परिवर्तन ही संसार का नियम है इससे मनुष्य जाती को भय नहीं होना चाहिये बल्कि उसमें छुपे अवसरों को खोजना ही सफलता का मूल रहस्य है. आज के समय रोज कोई न कोई बदलाव हम रोज देखते है. चाहे वह सामाजिक, राजनितिक,आर्थिक या वैचारिक या अन्य कई बदलाव है जो हम देखते है. बदलाव अच्छा भी हो सकता है और निराशाजनक भी लेकिन यह होगा ही क्यूंकि परिवर्तन ही संसार का नियम यह हम सब जानते है. जिस तरह संसार, समाज में परिवर्तन का महत्व है वैसे ही व्यवसाय में नवप्रवर्तन का अत्याधिक महत्व है. नवप्रवर्तन मायने इनोवेशन (innovation). सदियों से उद्यमिता के क्षेत्र में इनोवेशन होते रहे हालाँकि इनकी गति काफी धीमी रही लेकिन मानव कल्याण और जरूरतों के चलते इनोवेशन पर अच्छा काम हुआ है. यह दौर था 1900 का जब लोग रेडियो पर अपने पसंदीदा कार्यक्रम सुनते थे वही उनके लिये अजूबा था वह लोग कल्पना भी नहीं कर सकते थे कभी ऐसा रेडियो होगा जिसके अन्दर चित्र भी दिखेंगे. टेलीविज़न का इनोवेशन हुआ. पुराने रीती रिवाज, परम्परा. सिस्टम, तकनीक आदि व्यवस्था जो चले आरहे है उसे समाप्त कर नविन प्रणाली,तंत्र,पध्हती, योजना या व्यवस्था को लाना नवप्रवर्तन या इनोवेशन कहलाता है. यदि इस कथन को गहराई से समझा जाये तो कहा जा सकता है, विचारो की नवीनता और उत्साह ही इनोवेशन की जान है. इनोवेशन में ज्ञान इतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना आपकी जिज्ञासा और जीवट.
बड़ा आदमी वह है जो अपने पास बैठे इंसान को छोटा महसूस ना होने दे 

व्यवसाय में इनोवेशन(importance of innovation in Hindi) 


वास्तव में इनोवेशन का मतलब परिवर्तन या बदलाव से है. कई जानकर इसे इस तरह भी परिभाषित करते है इनोवेशन एक एसी नयी पद्धति है जो मौलिक और अधिक प्रभावशाली होने के साथ साथ समाज और बाजार में भी क्रांति लाये. यदि हम व्यवसाय की दृष्ठि से देखें तो लगभग रोज ही इनोवेशन हो रहें है. वर्त्तमान समय में उद्यमिता में भी नवप्रवर्तन का बहुत ही ज्यादा महत्व हो गया है. वर्तमान समय में प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गयी है. और इसका ग्राफ आगे भी बढ़ना जारी रहेगा. आज का उपभोक्ता भी अत्यधिक जागरूक है वह वही उत्पाद लेगा जिसमे उसको लाभ मिलेगा. आज कम दाम के साथ प्रोडक्ट की गुणवत्ता भी चाहते है लोग.इसलिये मार्किट में बने रहने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. आज व्यवसायी को काफी सारे सरकारी राजस्व का बोझ भी उठाना पड़ता है. व्यवसायी को मार्किट में अपने आप को अग्रणी रखना बहुत बड़ी चुनौती है. उसके बावजूद भी वह यह सुनिशिचित नहीं कर पाता की वह अपने व्यवसाय को कितने समय तक मार्किट में अधिकार रख पायेगा. लेकिन अब व्यवसाइयों का दृष्टिकोण बादल रहा है उन्हें लगने लगा है की यदि बाजार में अपना प्रभुत्व रखना है तो नवप्रवर्तन को अपनाना होगा. इस दिशा में काम करना होगा. क्युकी यही एक तरीका है अपने व्यवसाय को हमेशा प्रगति की राह पर अग्रसर कर पाएंगे. यह बात हमेशा याद रखिये आप उद्योगपति हो SME या फिर आप वडा पाव का स्टाल ही क्यूँ न लगाते हो इनोवेशन के बगैर आपकी गाड़ी बढ़ नहीं पायेगी. 

इनोवेशन की शक्ति(innovation power) 


भारत ही नहीं बल्कि पुरे विश्व मे startup की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हम इन्हें इक्कीसवी सदी की सबसे बड़ी उपलब्धि भी कह सकते है. सोचिये जरा आज से आज से पचास साल पहले कोन बोल सकता था की भारत में पानी भी बिकेगा या पिज़्ज़ा जैसी चीजों के व्यवसाय से अरबो खरबों रुपये कमाये जा सकते है.लेकिन यह सब संभव हुआ रचनात्मकता और नवप्रवर्तन के चलते. इसी का ज्वलंत उदहारण है आज का morden business की खोज इनोवेशन. आज व्यवसायी को इनोवेशन के लिये अपना माइंड सेट करने की सबसे ज्यादा आवशकता है.आप कोई भी व्यवसाय कारते हो छोटा या बड़ा यदि आप लगातार अपने उत्पाद या सेवा में या व्यवसाय के स्वरुप में नवप्रवर्तन या इनोवेशन करने का प्रयास करते रहेंगे तो आप अपने व्यावसायिक क्षेत्र के राजा रहेंगे, भले ही कितनी भी मंदी का दौर आये या गिरती इकनोमी की आंधी. जो व्यावसायिक संगठन इनोवेशन के क्षेत्र में पीछे रह जाते है उनके लिए मार्किट में बना रहना भी बहुत बड़ी चुनौती हो जाती है. 

हमेशा जीत और हार आपकी सोच पर निर्भर करती है, मान लो तो हार होगी, ठान लो तो जीत होगी !

रचनात्मकता और नवप्रवर्तन(creativity & innovation) 


इनोवेशन और creativity का चोली दामन का साथ है. क्यूंकि जो लोग क्रिएटिव होते है वह लोग बड़ी आसानी से इनोवेशन के कांसेप्ट को समझते है. रचनात्मकता मानव जीवन का एक विशेष गुण है जो सब लोगो के पास हो यह जरुरी नहीं है. व्यवसायी होने के नाते यदि आप में रचनात्मकता नहीं है तो आपको अपने संगठन के लिये क्रिएटिव लोगो को अपनी कंपनी में रखना होगा जो आपके प्रोडक्ट या सेवा के लिए इनोवेशन का कार्यभार संभालेंगे.यदि आप स्वयं इनोवेशन की रचनात्मकता को समझते है तो इस से बेहतर विकल्प नहीं है. आज दुनियाँ की सारी बड़ी – बड़ी कंपनियां अपना बहुत सारा पैसा, श्रम, समय इनोवेशन के ऊपर खर्च करती है. इसके साथ छोटे व्यवसायी भी इनोवेशन और creativity का महत्व समझ रहे है. इनोवेशन का यह अनोखा गुण सच्ची जिज्ञासा का उत्पाद है.अपनी बुध्ही और विवेक को विस्तार दीजिये और देश दुनियाँ को उसके यथार्थ रूप देखिये. इनोवेशन सिर्फ आपके कल्पना और आपके दिमाग की उपज है. आप दुनियाँ को क्या बेहतर दे सकते है इसकी खोज निरंतर चलती रहे.

नवप्रवर्तन केंद्र(innovation centre) 


नवप्रवर्तन केंद्र ऐसे स्थान हैं जो युवाओं में जिज्ञासु दृष्टिकोण विकसित करने एवं नए विचारों को पोषित करने की सुविधा प्रदान करते हैं. राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा विकसित नवप्रवर्तन केंद्र युवाओं को रचनात्मक एवं नवाचार के कार्यों में संलग्न रखती है. ये केंद्र नए विचारों एवं नवाचार को आगे बढ्ने की प्रेरणा देंगे और इस प्रकार बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण समाज एवं अर्थव्यवस्था को भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करेंगे। विशेषकर, इन नवप्रवर्तन केन्द्रों के माध्यम से विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में रचनात्मकता बनी रहेगी जिससे आधुनिक विज्ञान में प्रतिभाओं को बनाए रखा जा सकेगा. 

नवप्रवर्तन केंद्र में अवसर (opportunity in innovation centre) 


1. आविष्कार कक्ष 

इस क्षेत्र में 10-15 संवादमूलक विज्ञान प्रदर्श/परीक्षण जो अन्वेषन और अंतर्निहित सिद्धांतों की खोज द्वारा विज्ञान में रुचि जागृत करेंगे। इससे तार्किक सोंच को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. 



2. नवप्रवर्तन संसाधन केंद्र एवं कीर्ति कक्ष 

इस स्थान में वैसे नवीन विचार/उत्पाद/सामग्री संबन्धित आविष्कारक एवं परावर्तकों के साथ प्रदर्शित किया जाएगा, जिन्होने दुनिया को बदल दिया या हमारी जीवन शैली पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है. यथोचित साधनों के माध्यम से उन आविष्कारों/नवाचारों के पीछे की कहानियाँ/प्रेरणाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा, विभिन्न सामग्री/यथोचित तकनीकी नमूने/आविष्कार, पारंपरिक ज्ञान व्यवस्था, कला एवं शिल्प और दैनिक जीवन में आवश्यक अन्य क्षेत्र भी प्रदर्शित किए जाएंगे. 


3. अवधारणा प्रयोगशाला 


इस प्रयोगशाला में रचनात्मकता शौक/गतिविधियों को बढ़ाने के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं यथा मोडेल बनाना, बुनियादी विज्ञान प्रयोग, व्यावहारिक उपयोग में आने वाले उपकरणों की डिज़ाइन एवं निर्माण, बेहतर कक्षा समन्वय के लिए शिक्षण किट्स, मिट्टी, पानी एवं खाद्य पदार्थ के नमूनों की जांच जैसे बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. 

1. तोड़, फोड़, जोड़ कोना: यहाँ विद्यार्थी अपने हाथों से उपकरणों को तोड़ कर पुनः उन्हे जोड़ना सीखेंगे. 

2. कबाड़ से जुगाड़ कोना: यहाँ विद्यार्थी दैनिक जीवन में फेंक दिये जाने वाले कबाड़ से वस्तुओं के निर्माण का तरीका सीखेंगे. 

3. अवधारणा बक्सा (आइडिया बॉक्स): यहाँ विद्यार्थी अपने नवप्रवर्तन की अवधारणा को प्रदर्शित कर एक अवधारणा बैंक का निर्माण करेंगे. उनमें से सर्वोत्तम अवधारणा को प्रयोग/मोडेल निर्माण/प्रोजेक्ट कार्य हेतु चयनित किया जाएगा. 

4. परिरूप कक्ष 


यह कक्ष विभिन्न वस्तुओं एवं उत्पादों के निर्माण हेतु रचनात्मक वातावरण प्रदान करेगा। 
नवप्रवर्तन केन्द्रों की सूची: 


1. विश्वेश्वरया औद्योगिक एवं प्रौद्योगिक संग्रहालय, बेंगलुरु में नवप्रवर्तन केंद्र 

2. राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र, दिल्ली में नवप्रवर्तन केंद्र 

3. क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, गुवाहाटी में नवप्रवर्तन केंद्र 

4. नेहरू विज्ञान केंद्र, मुंबई में नवप्रवर्तन केंद्र 


भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है, जो रास्ता आसान लगता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि भीड़ हमेशा सही रास्ते पर चलती है। आपने रास्ते खुद चुने, क्योकि आपको खुद से बेहतर कोई नहीं जानता ! 

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